तन्हाई के पलों में, मैं अपने आप से बातें करता हूँ, इंतज़ार करते करते एक और शाम बीत जाएगी !! गो मुझे एहसास-ए-तन्हाई रहा शिद्दत के साथ !! खुद ही दर पे दस्तक दूँ और खुद ही पूछूं कौन? Your browser isn’t supported anymore. Update it to obtain the finest https://youtu.be/Lug0ffByUck